मां बेटी की दोहरी हत्या में उड़िसा का पूर्व बी जे डी  विधायक अनूप साय  गिरफ्तार


चार साल पुराने हत्याकांड का हुआ भंडाफोड़

 *मां बेटी की दोहरी हत्या में उड़िसा का पूर्व* 
 *बी जे डी  विधायक अनूपसाय  गिरफ्तार
  


रमेश पत्रकार 94252 52176
*♦रायगढ़/स्पीडन्यूज/14फरवरी 2020*/ चार साल पहले हुये सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस ने उड़िसा के पूर्व बीजेडी विधायक अनूप साय को गिरफ्तार कर लिया है  मामले का खुलासा करते हुये एस .पी .संतोष सिंह ने बताया की तीन साल तक पुलिस इस हाई प्रोफाइल मामले को सुलझाने में जुटी रही 7 मई 2016 को जिले के सीमावर्ती इलाके शाकम्बरी प्लांट के गेट के बाहर मां और बेटी की कुचली हुयी लाश मिली थी जिसकी जांच में पुलिस ने 6 राज्यों उड़ीसा बिहार महाराष्ट्र झारखंड यू.पी., पं.बंगाल  के कई प्रमुख शहरों कलकत्ता नागपुर भुनेश्वर जैसे शहरों में मृतको के फोटो चस्पा करा शिनाख्त का प्रयास किया जिसमें मृतको की पहचान सुनिल श्रीवास्तव की पत्नी कल्पना दास व उसकी बेटी बबली श्रीवास्तव के रुप में हुयी पुलिस ने मोबाईल के काल डिटेल व सीटी फुटेज को खंगाला तो कल्पना के तार उड़ीसा के तीन बार विधायक रहे स्टेट वेयर हाऊस के चेयरमेन अनूप साय से जुडे़ पाये गये जिसके बाद पुलिस ने साक्ष्य जुटाने का काम तेज कर दिया और पुख्ता सबूत मिलने के बाद कल अनूप साय को गिरफ्तार कर लिया जिसने अपनी पूछताछ में बताया की कल्पना को सुनिल ने छोड़ दिया था जिसके बाद से उसके कल्पना से अवैध संबध थे और मां बेटी दोनों का भरण पोषण वह कर रहा था कल्पना व उसकी बेटी बबली के लिये उसने उड़ीसा के सुन्दरपदा में तीन मंजिला मकान बना कर दिया था और उसकी बेटी बबली का सेंट जैवियर्स इंग्लिश मिडियम स्कूल में एडमिशन भी करा दिया था लेकिन कल्पना शादी करने व प्रापर्टी को अपने नाम कराने दबाव डाल रही थी इस ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर उसने दोनों मां बेटी को रास्ते से हटाने का फैसला कर लिया .
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*हत्या का ऐसे बना प्लान*
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मां बेटी की हत्या के लिये विधायक अनूप साय ने बकायदा सुनियोजित प्लान बनाया .5 मई 2016 की रात को इन दोनों को भुनेश्वर के सुन्दरपदा गांव के मकान से ओला कार में बस स्टैंड भिजवाया जहां से मां बेटी को बस से झारसुगुडा़ जाना था अनूप स्वंय प्राइवेट कार से उनके पीछे झारसुगुडा़ पहुंच गया और मेघदुत होटल में दोनों को रुकवा दिया और स्वंय मोबाईल के जरिये कल्पना से बाते करता रहा प्लान के मुताबिक उसी रात को 9 बजे अनूप का ड्राइवर बर्मन टोप्पो बोलेरों लेकर होटल पहुंचा और कल्पना को रायगढ़ के किसी मंदिर में शादी करने का झांसा देकर गाड़ी में  बैठा लिया और चारों ब्रजराजनगर की तरफ रवाना हुये देर रात रायगढ़ पंहुचने पर उन्हें किसी भी होटल में जगह नहीं मिली इससे हमीरपुर में रिश्तेदार के यहां रुकने का बहाना बना कर मां बेटी को शाकम्बरी प्लांट के पास ले गये उनको गाड़ी से उतार कर लोहे की राड़ से संघातिक वार कर दोनों की हत्या कर दी लाश को कच्ची सड़क पर फेंक दिया और सबूत छिपाने के लिये ड्राइवर बर्मन टोप्पो ने बोलेरों को दोनों लाश के ऊपर कई बार रौंध्दा पुलिस ने दोनों के खिलाफ भा .द .वि . की धारा 302 व 201 के तहत मामला पंजीबंद  किया है.
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*इन लोगों ने किया मामले का खुलासा*
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इस हाइप्रोफाइल मामले को सुलझाने में चार साल के दरमियान तीन एस .पी. बदल गये लेकिन मामले पर पर्दा पडा़ रहा अब लंबे अतरांल के बाद हुयी गिरफ्तारी ने "कानून के हाथ लंबे होने" की कहावत को सच साबित कर दिखाया है जिसके लिये एस.पी. संतोष सिंह,ए.एस. पी.अभिषेक वर्मा, सी.एस.पी.अविनाश  सिंह टी.आई. अमित पाटले ,एस.एन.सिंह,रुपक शर्मा,गौरी शंकर दुबे, व शशिदेव भौई, डी पी भारव्दाज, राजेश टोप्पो, श्यामलाल मंहत,जगमोहन अोग्रे, रितेश दिवान, दिनेश गोड, अखिलेश कुश्वाह, भवानी धांगर, महेश पंडा, सुरेंद्र पोर्ते, बृजलाल गुर्जर, रीना बुलबुल ने मामले की गुत्थी को सुलझाने में जमकर मेहनत की सभी बधाई के हकदार हैं .
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*एस.पी.ने याद किया पुराने  स्टाप को* 
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अनूप साय का उड़िसा में काफी राजनैतिक रसूख रहा है तीन बार काग्रेंस से विधायक रहने के बाद  मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के लिये उसने अपनी सीट खाली की थी जिसके कारण उसरकार में उसका भारी दबदबा व प्रभाव था  चार साल तक इस मामले में कार्यवाही नहीं होने के पीछे यह भी एक कारण रहा हैं एस.पी. संतोष सिंह ने चार साल की इन्वेस्टिगेशन में अहम भूमिका निभाने वाले चक्रधर नगर टी आई अमित पाटले व क्राइम ब्रांच प्रभारी राकेश मिश्रा को भी याद किया. रायगढ़ पुलिस के इतिहास में यह ऐसा पहला मामला होगा जिसको सुलझाने में इंवेस्टिगेशन का इतना लंबा दौर चला जो सफलता के स्वर्णिम केसों में दर्ज होगा ।