डिप्टी साधो के लिए नेता बने माधो... इसलिए नही दे रहे चार्ज... क्या है नवापारा सर्किल में जो... अधिकारियों के आदेशों की उड़ा रहे धज्जियां 

डिप्टी साधे के लिए नेता बने माधो... इसलिए नही दे रहे चार्ज... क्या है नवापारा सर्किल में जो... अधिकारियों के आदेशों की उड़ा रहे धज्जियां 



 


फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़/अलताफ हुसैन 


 


रायपुर छग प्रदेश के वन कर्मचारी भी इतने ज्यादा बेखौफ और निडर हो गए है कि उन्हें अब न ही किसी बड़े अधिकारियों का खौफ रहा और न ही आदेशों के पालन करने की जिम्मेदारी बची है केवल आदेशों का दुस्साहस पूर्ण तरीके से अवहेलना कर अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाना उनका शगल बन चुका है ऊपर से प्रदेश के विधायक मंत्री भी ऐसे वन कर्मचारियों को शाह देकर उन्हें संरक्षण प्रदान कर रहे है जिससे इनके हौसले और ज्यादा बुलन्द हो गए है ऐसा ही एक प्रकरण नवापारा सर्किल का सामने आया है जिसमे डिप्टी रेंजर द्वारा नव नियुक्ति पदस्थापना को नज़र अंदाज़ कर विगत एक माह से नव पदस्थ कर्मचारी को चार्ज देने में आनाकानी कर विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ाने में तनिक भी नही हिचकिचा रहा है उल्टे राज्य के एक मंत्री एवं स्थानीय विधायक की शह पर चार्ज नही देने का दबाव भी बनाए हुए है संपूर्ण प्रकरण के बारे में बताया जाता है कि वन क्षेत्र नवापारा में पदस्थ डिप्टी रेंजर साधे लाल बंजारे जो कि अभनपुर निवासी है उसका नवीन पदस्थापना नवा रायपुर परिक्षेत्र के नवापारा सर्किल से प्रभारी तर्रा नर्सरी नवा रायपुर पत्र क्रमांक 2020/442/ दिनांक /20/08/2020/के आदेशानुसार किया गया था परन्तु उप वन क्षेत्रपाल साधे लाल बंजारे द्वारा कतिपय नेता लोगों के माध्यम से स्थानीय विधायक से संपर्क कर स्वयं को क्षेत्र का मतदाता होने की जानकारी देकर क्षेत्रीय विधायक से अपनी पद स्थिति यथावत करने की मांग किया जिसे क्षेत्रीय विधायक द्वारा इन्ही के साथ नवीन पद स्थापना किए गए वन पाल को विशेष कर्तव्य से नवापारा सर्किल नवा रायपुर में संतोष वर्मा की नियुक्ति की गई थी उन्हें अपना क्षेत्र का मतदाता न होने की बात कह कर अन्यंत्र पद स्थापना की बात कहकर चलता कर दिया जबकि पदस्थापना को लेकर ही एक मंत्री द्वारा भी साधे लाल बंजारे को जातिगत संरक्षण देने की बात सामने आई है उल्लेखनीय यह भी है कि संतोष वर्मा एवं साधे लाल बंजारे की पदस्थापना का पत्र एक साथ एक ही तिथि में पीसीसीएफ कार्यालय अरण्य भवन नवा रायपुर के द्वारा दिनांक 20/08/2020/ को पत्र क्रमांक /स्था/रा/2965 के /442/ का उल्लेख करते हुए परिक्षेत्राधिकारी नवा रायपुर के माध्यम से एक माह पूर्व जारी किया गया था फिर भी



उप वन क्षेत्रपाल साधेलाल बंजारे द्वारा अब तक नव नियुक्ति पदस्थापना का चार्ज संतोष वर्मा को देने में स्थानीय विधायक और मंत्री के माध्यम से दबाव बनाकर आनाकानी करते रहे है यही नही नवा रायपुर के परिक्षेत्राधिकारी अनूप अवधिया द्वारा स्वयं नवापारा सर्किल कार्यालय में उपस्थित होकर डिप्टी रेंजर साधेलाल बंजारे को नव पदस्थी अनुसार उन्हें चार्ज देने कहा मगर उप वन क्षेत्रपाल साधेलाल बंजारे अपने ऊपर बैठे आकाओं के दम पर चार्ज न देने तथा वनपाल संतोष वर्मा को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाना बताया गया है इसकी शिकायत संतोष वर्मा द्वारा वनमंत्री मोहम्मद अकबर से भी दिनांक 18/09/2020/को की गई है यही नही रायपुर वन मण्डलाधिकारी बी एस ठाकुर एव सी सी एफ नायक साहब की ओर से भी नवीन पदस्थापना को लेकर उप वन क्षेत्रपाल साधेलाल बंजारे के नाम से चार्ज सौपने पत्र भी जारी किया जा चुका है फिर भी एक माह व्यतीत होने के बावजूद डिप्टी रेंजर द्वारा पद छोड़ने को तैयार नही है यह बड़ी विडंबना है कि वन विभाग अपने कर्मचारियों को वेतन कार्य करने के लिए प्रदान करता है परन्तु यहां बगैर कार्य संपादन के एक माह का मुफ्त वेतन वनपाल संतोष वर्मा को मिल गया जबकि डिप्टी रेंजर साधेलाल बंजारे अपनी हठधर्मिता के चलते अपने वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना किया जाना तथा एक ही क्षेत्र में अंगद की भांति पांव जमाने के पीछे अनेकों सन्देह को भी जन्म दे रहा है क्योंकि ज्ञात तो यह भी हुआ है कि क्षेत्र में अवैध काष्ठ माफियाओं द्वारा काष्ठों का अवैध परिवहन सहित गौण खनिज का परिवहन विगत कई वर्षों से चोरी छिपे अनवरत जारी है जिस पर आज तक कोई भी कार्यवाही अथवा एक भी प्रकरण उनके द्वारा नही बनाया गया है संभवतः मलाईदार सर्किल न छोड़ने के पीछे एक वजह यह भी मानी जा रही है जिसकी विस्तृत जानकारी भविष्य में किया जाएगा फिलहाल चार्ज देने न देने का मामला अब भी लंबित है इस ओर पी सु सी एफ साहब एवं माननीय वन मंत्री क्या कदम उठाते है यह देखना होगा ।