ब्रम्हा कमल फूल खिला ,नगरवासियों खुद को मान रहे धन्य

ब्रम्हा कमल फूल खिला ,नगरवासियों खुद को मान रहे धन्य


तरुण कौशिक, कार्यकारी संपादक, डिसेंट रायपुर अखबार



रायपुर । बिलासपुर जिले कोटा नगर के कोटेश्वर महादेव की नगरी में कोट सागर तालाब के दुर्गा मंदिर में 14 वर्ष बाद ब्रह्म कमल फूल खिला । जिसे हजारों लोगों ने दर्शन किए । ज्ञात हो कि ब्रह्म कमल को हिमालयी फूलों का सम्राट कहा गया है। यह कमल आधी रात के बाद खिलता है इसलिए इसे खिलते देखना स्वप्न समान ही है। ... ब्रह्मकमल के पौधे में एक साल में केवल एक बार ही फूल आता है जो कि सिर्फ रात्रि में ही खिलता है। दुर्लभता के इस गुण के कारण से ब्रह्म कमल को शुभ माना जाता है। ब्रह्म कमल एक ऐसा कमल है, जो हिमालय की चोटी में खिलता है। यह कमल 14 वर्ष में एक बार ही खिलता है, इस कमल को देख पाना बहुत मुश्किल है क्योंकि यह आधी रात को कुछ घंटों के लिए ही खिलता है। ब्रह्म कमल को ब्रह्मा जी का ही रूप माना जाता है, इस कमल को देखने से कोई भी मांगी हुई इच्छा पूरी हो जाती है।ऐसी कीद्वंतीया हैं । यह कमल सफेद रंग का होता है, जो दिखने में अत्यंत दुर्लभ और चमत्कारी है। ऐसा कहते हैं कि इस ब्रह्म कमल में ब्रह्मा जी का वास होता है और ऐसा माना जाता है कि ब्रह्मा जी इसी कमल के ऊपर बैठकर सृष्टि की रचना करते हैं। 



कुछ ऐसी मान्यता भी है कि जब द्रोपदी अपने पतियों के साथ वनवास कर रही थी, उस समय उसे नदी पर एक सफेद कमल दिखाई दिया जो अत्यंत ही आकर्षित था। ऐसे में अपने पति अर्जुन को वह ब्रह्म कमल का फूल को लाने के लिए कहा और द्रोपदी ने जैसे ही वह कमल को पाया उसे अध्यात्मिक शक्ति का एहसास हो गया। 



ब्रह्म कमल अत्यंत ही आध्यात्मिक चमत्कारी फूल है। ब्रह्म कमल के बारे में पुराणों में सुना है , लेकिन यह कमल हिमालय के पर्वत में स्थित है, जो हमारे बिलासपुर जिले के कोटा नगर में स्थित कोट सागर तालाब के दुर्गा मंदिर में खिल कर कोटा नगर वासियों को मंत्रमुग्ध कर दिया है