हाजी शफीक रज़ा को अंतिम विदाई देने प्रदेश भर से लोग शामिल
फॉरेस्ट क्राइम न्यूज
रायपुर। मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठित व्यवसायी व समाजसेवी हाजी शफीक रज़ा को अंतिम विदाई देने प्रदेश भर से अनेक गणमान्य नागरिक तथा अनेक सामाजिक संगठनों उपस्थित हुए। गत दिवस हाजी शफीक रज़ा का निधन लंबी बीमारी के बाद आयुष अस्पताल में शाम छ बजे हुआ। उनके निधन की खबर से हर वर्ग में शोक की लहर फैल गई। साई ट्रैवल्स के संस्थापक-संचालक मरहूम रज़ा छत्तीसगढ़ प्रदेश यातायात महासंघ के महासचिव थे। सरल व्यक्तित्व के धनी शफीक रज़ा स्वभाव से ही सेवाभावी थे। उन्होंने समाज के अनेक कल्याणकारी कार्यों में सदैव अपनी सक्रिय सहभागिता दी। सामाजिक दायित्व निर्वहन में उनका सशक्त कार्य था कि राज्य निर्माण के लिए वे मुस्लिम समुदाय को संगठित कर स्व. विद्याचरण शुक्ल के साथ राज्य निर्माण संघर्ष मोर्चा को बल देने में महती भूमिका निभाई। इसके अतिरिक्त राज्य निर्माण आंदोलन हेतु अखंड धरना के वे सशक्त आधार स्तंभ बने रहे। इसी प्रकार मजदूरों के हितार्थ छत्तीसगढ़ चावड़ी मजदूर कल्याण समिति की स्थापना की। साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए राष्ट्रीय अखंड कौमी एकता कमेटी के जरिए वे सक्रिय रहे। तीन पीढ़ियों से छत्तीसगढ़ में निवासरत स्व. रज़ा के पिता ब्रिटिश काल में लॉरी स्कूल में शिक्षक थे। वे अपने को माटीपुत्र मानते थे। इस कारण छत्तीसगढ़ के संस्कारों की उनमें गहरी समझ थी और इसी नाते उन्होंने हाल ही में आयोजित छत्तीसगढ़ खानपान के आयोजन छत्तीसगढ़ी कलेवा तिहार में सक्रिय रहे थे। वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान के महसचिव के पद पर क्रियाशील थे।
छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान के अध्यक्ष डॉ. उदयभान सिंह चौहान ने कहा कि हाजी शफीक रज़ा का इंतकाल संस्थान को असहनीय आघात है तथा अल्लाह से दुआ है उन्हें जन्नतनशीन करे। आमीन।
वे अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र, एक पुत्री व छः भाई और पांच बहनों तथा नाती-पोतों का भरापूरा परिवार छोड़ गए हैं। उन्हें अंतिम विदाई देने वालों में छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ मो. सलीम खान दुर्ग, हसन खान, सोनू कसार, अग्रवाल ट्रैवल्स के संचालक, शकील अहमद, मो. जावेद, कमलजीत पात्रे, अमित मिश्रा, अजय गिल, रहीम अहमद राजनांदगांव, आशीष पांडेय, सुरेश दुबे, हशमत अली चुन्ना, मुश्ताक खोखर, पत्रकार मोहसिन अली सुहैल, सलाम रिजवी, जल कुमार मसंद रायपुर, गणेश गुप्ता जगदलपुर, आदि शामिल हुए। इसके अतिरिक्त कोरोना के संक्रमण के कारण अनेक लोगों ने फोन पर अपनी शोक संवेदनाएं प्रेषित की हैं।