जमाखोरों को प्रोत्साहित करती सरकार गुटखा,बीड़ी तंबाखू गुड़ाखु बिक्री प्रारंभ हो

 


 


 


जमाखोरों को प्रोत्साहित करती सरकार गुटखा,बीड़ी तंबाखू गुड़ाखु बिक्री प्रारंभ हो


फॉरेस्ट क्राइम न्यूज 


रायपुर कोरोना संक्रमण के बीच तंबाखू गुटखा गुड़ाखु के असंतुलित दामों को लेकर लोगों में काफी रोष व्याप्त है बताते चलें कि लगातार जमाखोर और बिचौलिए शासन प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए निर्धारित मूल्यों से अधिक दस गुना या उससे अधिक दामों में वस्तुएं क्रय कर लखपति बन चुके है या जमाखोर उसका भरपूर लाभ उठा रहे है आम जनता इस महंगाई और जमाखोरों द्वारा किए जा रहे दस गुना कमाई तथा शासन प्रशासन के द्वारा नाममात्र  की कार्यवाही को लेकर शंका व्यक्त कर रहे है कि शासन स्वयं ऐसे जमाखोरों को प्रोत्साहित कर रही है तथा आवश्यक वस्तुओं को जानबूझकर प्रतिबन्ध लगाकर जमाखोरों को लाभ पहुंचा रही है प्रारंभ में शराब को लगभग डेढ़ माह बन्द कर जमाखोरों द्वारा ढाई से तीन हजार रुपये तक ब्लैक में बिक्री होती रही परन्तु किसी प्रकार बड़े जमाखोर बचते रहे और छोटी मछलियां इनके निशाने पर रहे वही पान ठेलों में पांच से दस रुपये में  बिकने वाले गुटखा तंबाखू गुड़ाखु जैसे  वस्तुओं की जमकर काला बाजारी हुई है और अभी तक हो रही है आम जनता अब इसे लेकर जम कर चर्चा करने लगे है कि सरकार ही कुछ लोगों को इसका लाभ दिलाने लगी है तभी इसकी बिक्री पूर्णतः बन्द रखा गया है  जिसके चलते अनेक जमाखोरों के पौ बारह हो रहे है हाल फिलहाल में चंद जमाखोरों से लाखों के गुटखा तंबाखू गुड़ाखु बरामद किए गए इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि जमाखोरी और कालाबाजारी चरम पर है तथा लोग कैसे पैसे कमाने जुगत लगाकर बैठे है इस पर जनता की राय  यह है कि  जिस प्रकार शराब को।लेकर छूट दी गई वैसे ही गुटखा,तंबाखू,और गुड़ाखु को भी छूट दे ताकि काला बाजारी करने वालों पर नकेल कसी जा सके