तृतीय वर्ग कर्मचारियों के भत्ता पर रोक पर छग तृतीय वर्ग कर्मचारी संघटन ने की कड़े शब्दों में निंदा
फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़
रायपुर छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री विजय कुमार झा ने आज सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि केंद्र सरकार द्वारा केंद्रीय तृतीय वर्ग कर्मचारियों का डेढ़ वर्ष महंगाई भत्ता रोके जाने तथा एक वर्ष तक एक दिन का वेतन काटे जाने की घोर निंदा की है
महामंत्री विजय कुमार झा ने बताया कि छग सरकार में ढाई वर्ष तक प्रति माह एक दिन का वेतन कटौती होगी जो पेंशनर और कर्मचारियों के साथ अन्याय होना बताया उन्होंने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि छग राज्य सरकार द्वारा विगत वर्ष 2019 से लेकर अब तक कर्मचारियों को महंगाई भत्ता न मिलने की बात कही वही यह भी बताया कि केंद्रीय आदेश के मुताबिक जुलाई 2021 तक कर्मचारियों को आर्थिक क्षति देश प्रदेश के कर्मचारियों को उठाना पड़ेगा उन्होंने केंद्र सरकार पर रोष व्यक्त करते हुए कहा है कि कोरोना महामारी में कर्मचारियों ने पूरी ईमानदारी के साथ कर्तव्यों का निर्वहन किया है जिन्हें पुरुस्कृत करने के बजाए उन्हें सरकार उपेक्षित कर रही है जिसकी हम सभी कर्मचारी संगठन इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते है उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा जिस प्रकार तीन मई तक लॉक डाउन का कड़ाई से पालन किया जा रहा है फिर भी ऐसे आदेशों को दरकिनार करते हुए जनहित में सभी कार्यालय को खुलवाया गया है ठीक
उसी प्रकार केंद्र के आदेश को न मानते हुए तृतीय वर्ग कर्मचारियों के 9 प्रतिशत लंबित महंगाई भत्ता को जारी करने का तत्काल आदेश जारी कर दे
उन्होंने उदाहरण स्वरूप 2003 -4 में पूर्व प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी के उन शब्दों को याद करते हुए बताया जब उन्होंने तात्कालिक राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सलाह मंगा था कि कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाए या नही तब सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने महंगाई भत्ता न देने की बात कह रोक लगाने की बात कही थी जिसे पूर्व प्रधान मंत्री माननीय अटल बिहारी बाजपेयी ने सभी मुख्यमंत्रियों के तर्क को सिरे से खारिज करते हुए कर्मचारी महंगाई भत्ता लागू किया था जो आज उनके भावनाओं के विपरीत केंद्र का निर्णय लिया जाना निरूपित करते हुए इस निर्णय की घोर निंदा की है
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के पास दस हजार करोड़ रुपये बच रहा है फिर क्यों कर्मचारियों और पेंशनरों की जेब मे डाका डाला जा रहा है