तीजन की बायोपिक बनाएंगे नवाजुद्दीन सिद्दीकी

बिलासपुर । हाथ में इकतारा लिए जोशभरे स्वरों के साथ झूमते और सुरों में खोते हुए एक महिला..ठेठ पारंपरिक वेशभूषा और परंपरागत आभूषण..माथे पर बड़ी सी गोल बिंदी..कमर पर अदा के साथ रखा हुआ दूसरा हाथ..इन विशेषताओं के अलावा जोश जगाते स्वरों के साथ तान छेडते हुए वह जब गाती है तो देश-विदेश के श्रोता मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। जी हां, यहां छत्तीसगढ़ की गौरव पद्मश्री और पद्मभूषण विख्यात पंडवानी गायिका तीजनबाई का जिक्र हो रहा है। जिक्र भी क्यों न हो? वह इसलिए कि तीजनबाई समूचे छत्तीसगढ़ राज्य को गर्व करने का एक और मौका फिल्म के जरिए दिलाने जा रही हैं। खबर यह है कि भिलाई निवासी तीजनबाई के जीवन पर आधारित एक फिल्म बनने जा रही है। फिल्म में पंडवानी गायिका के जीवन का संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय स्तर की गायिका बनने तक के सफर को सिनेमाई पर्दे पर दिखाया जाएगा। दरअसल, बॉलीवुड अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी मशहूर पंडवानी लोक गायिका तीजनबाई की जिंदगी पर बायोपिक फिल्म बनाने जा रहे हैं। अपने प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले इस फिल्म का निर्देशन उनकी पत्नी आलिया सिद्दीकी करेंगी। फिल्म को लेकर पद्मश्री तीजनबाई से बातचीत हो चुकी है।


उत्तरप्रदेश के मेरठ की मूल निवासी आलिया ने फिल्म मेकिंग के लिए बाकायदा तीजनबाई से संपर्क किया और उनके जीवन को करीब से समझा। फिर तीजनबाई की सहमति के बाद फिल्म निर्माण की घोषणा दिल्ली व मेरठ में की। लोकगायिका तीजनबाई ने बताया कि मेरी बायोपिक को लेकर चर्चा हुई है। जल्द ही कलाकारों की कॉस्टिंग के बाद फिल्म की शूटिंग  शुरू होगी। फिलहाल, नवाजुद्दीन के परिवार में उनकी बहन के निधन के कारण यह प्रोजेक्ट थोड़ा आगे बढ़ गया है।खबर यह है कि भिलाई निवासी तीजनबाई के जीवन पर आधारित एक फिल्म बनने जा रही है। फिल्म में पंडवानी गायिका के जीवन का संघर्ष और अंतरराष्ट्रीय स्तर की गायिका बनने तक के सफर को सिनेमाई पर्दे पर दिखाया जाएगा। दरअसल, बॉलीवुड अभिनेता नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी मशहूर पंडवानी लोक गायिका तीजनबाई की जिंदगी पर बायोपिक फिल्म बनाने जा रहे हैं। अपने प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले इस फिल्म का निर्देशन उनकी पत्नी आलिया सिद्दीकी करेंगी। फिल्म को लेकर पद्मश्री तीजनबाई से बातचीत हो चुकी है। आम दर्शकों के लिए होगी फिल्म


पंडवानी गायिका तीजन बाई अपने आप में एक किंवदंती हैं। मुझे आलिया पर पूरा यकीन है कि वह इस फिल्म को सिर्फ फेस्टिवल के लिए नहीं, बल्कि आज के आम दर्शकों को ध्यान में रखकर इसे बेहद प्रासंगिकता के साथ बनाएंगी।