मंत्री बड़ा या कमिश्नर,हटाए गए जोन 2 कमिश्नर नेतराम चन्द्राकर का दावा पुनः पदस्थ होंगे

 


फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़


रायपुर जोन क्रमांक 2 के कमिश्नर  नेतराम चन्द्राकर को सहसा कमिश्नर सौरभ  कुमार नगर निगम रायपुर द्वारा जोन क्रमांक दो से उन्हें हटाए जाने को लेकर सर्वत्र चर्चा जोरों पर है  नेतराम चन्द्राकर को हटाए जाने को लेकर निगम कर्मचारी तरह तरह के कयास अपने स्तर पर लगा रहे है परन्तु सभी कर्मचारी इस बात को लेकर आश्वस्त है कि भले ही इसकी वजह जो भी रही हो परन्तु जोन क्रमांक 2 से उनके हटाए जाने से सारे कर्मचारी अधिकारी काफी सन्तुष्ट और खुश नज़र आए इसके पीछे की वजह यह है कि नेतराम चन्द्राकर का व्यवहार अपने अधीनस्थ कर्मचरियों के प्रति रवैय्या असन्तोषजनक था अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के प्रति  अरुचिकर शब्दों का प्रयोग तथा दिए गए दायित्वों के प्रति लापरवाही उनका शगल बन चुका था जैसा कि ज्ञात हुआ है कि कोरोना वायरस को लेकर जहां संपूर्ण प्रशासन तंत्र चुस्त दुरुस्त था वही उनके द्वारा कार्यों के प्रति लापरवाही बरती गई यही नही अनेक क्षेत्रों में दवाई छिड़काव से लेकर विधुत पोल की।लाइट तक नही जलाई जा रही थी जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि उनके प्रशासनिक कसावट कितनी अधिक कमजोर थी बताते चले कि राजधानी के आठ जोन क्षेत्रों का सर्वाधिक वी आई पी वार्डों के वृहद सीमाक्षेत्र को सुचारू रूप से जन निवारण मूलभूत सुविधाओं को  संचालित करने वाला  जोन क्रमांक 2 है उसके अंतर्गत विधायक मंत्री अधिकारीगण सहित अनेक क्षेत्र वीआई पी है  जहां के जोन कमिश्नर जो उच्च अधिकारी  होता है का आम जनता सहित अधीनस्थ कर्मचारियों के प्रति रुखा रवैय्या उन्हें  शोभा नही देता उनके तल्ख और रूखे आचरण को लेकर जोन दो के अधिकारी कर्मचारी भी कानाफूसी कर नाराजगी जाहिर करते थे परन्तु इतने कम समय मे जोन कमिश्नर नेतराम चन्द्राकर का अन्यंत्र तबादला हो जाएगा किसी ने कल्पना भी नही की थी उनके रूखे एवं कठोर व्यवहार को लेकर एक बात यह भी सामने आ रही है कि उनके भ्राता चन्द्र शेखर चन्द्राकर जो आरंग नगर पालिका के अध्यक्ष है तथा उनका आरंग क्षेत्र से विजयी होकर वर्तमान प्रदेश कांग्रेस सरकार में मंत्री  डॉ शिव डहरिया से अच्छे संबंधों का हवाला देकर समस्त अधिकारी कर्मचारियों पर धौंस जमा कर अपमान सहित अनादर किया जाता था यही नही आम जनता के द्वारा अपनी मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए जब उनके पास कोई पहुंचता तब उन्हें भी दो टूक जवाब देकर समस्याओं के निराकरण के बजाए उनसे भी दुर्व्यवहार किया जाता जिसके चलते भी अनेक सम्मानित  नागरिक उनके कार्यशैली से क्षुब्ध थे यही नही अब तो यह भी सुनने आ रहा है कि सहसा हुए अपने तबादले को लेकर वे काफी उद्वेलित हो चुके है तथा अपनी खोई प्रतिष्ठा और पद प्राप्त करने कमिश्नर सौरभ कुमार के विरुद्ध   नए  नए हथकंडे अपना कर उन्हें यहां से अन्यंत्र पदस्थ करने कुचक्र बिछा रहे है   विश्वसनीय सूत्रों से यह भी ज्ञात हुआ है कि उनके भ्राता श्री चन्द्रशेखर चन्द्राकर जो आरंग  नगर पालिका के अध्यक्ष है तथा उनके संबंध मंत्री  डॉ शिव डहरिया से बहुत अच्छे है जिनकी पहुंच का लाभ उठाते हुए नेतराम चन्द्राकर द्वारा यह प्रचारित किया जा रहा है कि भ्राता चन्द्रशेखर के द्वारा मंत्री जी को एप्रोच कर उनकी ही अनुशंसा से वे पुनः जोन क्रमांक दो में कमिश्नर पद पर पदस्थ होंगे तथा सौरभ कुमार जिनके द्वारा उन्हें वहां से पदमुक्त कराया गया वे उनकी पदस्थापना वहां नही होने देंगे  उनका कथन यह है कि निगम  कमिश्नर  बड़ा होता है या मंत्री उनके इस कथन से यह तो स्पष्ट हो जाता है कि यहां अब पद,पहुंच और प्रतिष्ठा की बात हो गई है अब यहां देखना होगा कि जीत नैतिकता अथवा कार्य करने वालों की होती है या पहुंच और रसूख रखने वालों की होती है चर्चा तो यह भी हो रही है कि यदि मंत्री शिव डहरिया उनकी पद स्थापना यदि निगम के जोन क्रमांक 2 में करते है तो उनकी भी प्रतिष्ठा धूमिल हो सकती है तथा यह संदेश जनता में जाएगा कि मंत्री महोदय जनता के  विचारों उनकी सुविधाओं  की नही बल्कि व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उस  को अधिक महत्व देते है