वन विकास निगम के पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में कोरोना संक्रमण फैला- डी एम के बाद डिप्टी डी एम भी हुए पॉजिटिव -संख्या पहुंची पांच

वन विकास निगम के पानाबरस परियोजना मंडल कार्यालय में कोरोना संक्रमण फैला- डी एम के बाद डिप्टी डी एम भी हुए पॉजिटिव -संख्या पहुंची पांच



फ़ॉरेस्ट क्राइम न्यूज़/अलताफ हुसैन


रायपुर वन विकास निगम के पाना बरस परियोजना मण्डल राजनांदगांव का मंडल कार्यालय में इन दिनों कोरोना संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ते ही जा रही है फिर भी कार्यालय कर्मचारी गण है कि शासन द्वारा जारी दिशा निर्देश एवं सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर नियमित रूप से कार्यालय पहुंच रहे है जिसकी वजह से स्वस्थ्य कर्मचारी भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आते जा रहे है विश्वसनीय सूत्रों से इस संदर्भ में ज्ञात हुआ है कि सर्व प्रथम मंडल कार्यालय के डी एम ध्रुव साहब कोरोना पोजेटिव हुए तथा उसके बावजूद वे कुछ दिन अनवरत कार्यालय में उपस्थित रहते हुए अनेकों फाइल का अवलोकन हस्ताक्षर करते रहे परिणामतः पाना बरस परियोजना मंडल के ड्रायव्हर, संक्रमित हुआ फिर धीरे धीरे दैनिक वेतन भोगी एक अन्य कर्मचारी भी संक्रमित हुआ कार्यालय के अन्य कर्मचारी संक्रमित होते रहे मगर किसी भी कर्मचारी ने अपने आपको होम आइसोलेट नही किया और बराबर कार्यालय आते रहे और संक्रमित मरीजों में वृद्धि करते रहे जबकि डी एम ध्रुव साहब संक्रमित होने के कई दिन पश्चात होम आइसोलेशन में 15 दिन रहे फिर वर्तमान में उनकी पत्नी कोरोना संक्रमित हो चुकी है अब संक्रमण से बचाव के लिए उन्होंने पुनः राजनांदगांव स्थित पाना बरस कार्यालय का सहारा लिया तथा दिन ही नही बल्कि रात भी वे यही व्यतीत कर रहे है उनके इस प्रकार रात्रि कार्यालय में गुजारने से कर्मचारियों में चर्चा और सुगबुगाहट प्रारंभ हो गई कि डी एम साहब को मण्डल कार्यालय में रात्रि विश्राम करना शोभा नही देता बता दे कि वे स्वयं कोरोना संक्रमित रह चुके है तथा अब वे सभी टेबल में जाकर बैठते है इससे कोरोना संक्रमण की संभावना और बढ़ जाती है तथा रात कार्यालय में सोने से अनेक कर्मचारी भयभीत हो रहे है एव चर्चा हो रही है कि उन्हें कार्यालय की बजाए किसी होटल अथवा कमरा किराए में लेकर रहना चाहिए मजे की बात यह है कि लगातार संक्रमित कोरोना पॉजेटिव मरीज बढ़ने के बावजूद कार्यालय को कई दिनों तक किसी प्रकार सेनेटाइज नही किया गया न ही सुरक्षा के उपाय बढ़ाए गए कोई भी आम व्यक्ति बगैर सोशल डिस्टेंसिंग,मास्क, लगाए शासन के दिशा निर्देश की अवहेलना करते हुए कार्यालय प्रवेश कर रहे है यहां तक सेनेटाइज बोतल की व्यवस्था भी नही की गई बाद में कोरोना संक्रमित कर्मचारियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए काफी दिनों बाद कार्यालय को विगत माह सेनेटाइज किया गया अब हाल यह हो गया है कि कार्यालय में कर्मचारी सहित निगम का ड्राइवर एव एक अन्य दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी राजेश साहू जो राजस्व शाखा में मनी रसीद सहित वर्क आर्डर को रजिस्टर में अंकित करता है उसके द्वारा कोरोना संक्रमित होने के बावजूद रात्रि कालीन रजिस्टर ले जाकर घर में कार्य संपादित कर दूसरे दिवस रात अंधेरे में रजिस्टर चौकीदार को दे जाता है जबकि शासन द्वारा सख्त दिशा निर्देश है कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति स्वयं को होम आइसोलेट कर ले अन्यथा जन सुरक्षा अधिनियम के तहत उस पर कार्यवाही की जाएगी परन्तु पाना बरस कर्मचारी सारे नियम कानून और शासन के दिशा निर्देशों का खुला उल्लंघन कर कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे रहे है जिसका परिणाम यह हुआ कि डिप्टी डी एम भी कोरोना पॉजेटिव हो गए उनका उपचार राजनांदगांव स्थित जीवन रेखा कोविड 19 हॉस्पिटल में जारी है बताया तो यह भी जा रहा है कि उनकी पत्नी भी कोरोना संक्रमित है बहरहाल, इस प्रकार राजनांदगांव स्थित पानाबरस परियोजना मण्डल कार्यालय के कई कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो चुके है मगर घोर लापरवाही,असुऱक्षा एव शासन के दिशा निर्देश के उल्लंघन की वजह से वे अब भी कोरोना संक्रमण का खुला निमंत्रण दे रहे है जिसकी वजह से कई कर्मचारी भय के साये में कार्य संपादित कर रहे है यह तो जिले के कलेक्टर महोदय से लेकर नवा रायपुर स्थित वन विकास निगम मुख्यालय में बैठे उच्च अधिकारियों को संज्ञान में लेकर ऐसे संक्रमित मण्डल कार्यालय को तत्काल बंद कर सेनेटाइज किया जाना चाहिए तथा कार्यालय में कार्यरत सभी कर्मचारियों के स्वास्थ्य परीक्षण व्यवस्था सहित पचास प्रतिशत कर्मचारियों को ही कार्य की अनुमति दी जानी चाहिए तथा बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश में भी तत्काल रोक लगनी चाहिए ताकि कार्यालय में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को रोका जा सके