कांक्रीट के जंगलों को हटाकर प्रकृति आक्सिजोन की सौगात - राजेश गोवर्धन 

कांक्रीट के जंगलों को हटाकर  प्रकृति आक्सिजोन की सौगात - राजेश गोवर्धन 


 


फॉरेस्ट क्राइम/ अलताफ हुसैन



संघर्ष प्रकृति का आमंत्रण है जो स्वीकार करता है वही आगे बढ़ता है या यूं कहें कौन कहता है कि "मंजिल उन्ही को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है 


पंख से कुछ नही होता हौसलों से उड़ान होती है" यह कथन शब्दशः ई ए सी कॉलोनी कलेक्टोरेट के पीछे स्थित आक्सिजोन के तीन वर्ष के निर्माण काल मे देखने को मिला जहां इन तीन वर्षों के निर्माण काल मे कई बसंत,कई पतझड़ और कई बहार को आते जाते देखा है इसके साथ ही बदलते देखा है उन वरिष्ठ अधिकारियों की अंतिम सेवाकाल का अंतिम दौर जहां थकी हुई नज़रों में भी एक आशा की चमक उस दिव्य सूर्य की भांति तेज लिए जो सर पर चिलचिलाती धूप में भी उनकी थकी हुई हड्डियों में हौसलों और आत्मबल से ऊर्जा का संचार करती हुई प्रतीत होती थी प्राकृतिक बदलाव के साथ जीवन भर कुछ नया करने का जुनून से पता ही नही चला कि कब सुबह से चलते चलते शाम हो गई और जब ठहराव की स्थिति निर्मित हुई तो फिर आक्सीजोंन निर्माण की बागडोर झुके कंधों पर लाद दिया गया फिर भी साहस और कर्तव्य के सामने अपने पैर डगमगाने के बजाय भावी पिढी को कुछ देने की आशा ने हौसलों को परवाज़ दे दिया और लग गए शुद्ध वातावरण निर्मित करने वाले हरीतिमा युक्त आक्सीजोंन निर्माण के कार्य मे जहां एक ओर इनके कंधों पर हरियाली बिखेरने का बड़ा दायित्व था तो वही दूसरी ओर निर्माण कार्य से उसके सौंदर्यीकरण की चुनौती भी थी फॉरेस्ट क्राइम समाचार पत्र ने लगातार ऐसे कार्यों की समीक्षात्मक रपट समय समय पर प्रकाशन कर लचीले और सन्देहास्पद कार्यों का विरोध दर्ज करते रहा है ये वो कार्य थे जो नव निर्मित आक्सीजोंन के वृहद 19 एकड़ भूभाग में निर्माण कर्ताओ द्वारा किए जा रहे कार्यों को लेकर उनके विरोधाभास विचार थे जो मानव जीवन शैली अथवा प्राकृतिक संबंधों में कोई महत्व अथवा तालमेल नही रखते थे 


फिर भी लंबे अनुभव के ज्ञानी और जानकर अधिकारियों ने यथासंभव उन मानवीय त्रुटियों को सुधारात्मक शैली से ऐसा निर्माण करवाया कि यह आक्सीजोन भावी पीढ़ी के लिए एक जीवन दायनी वरदान साबित हो गया प्रारंभिक निर्माण काल मे आक्सीजोंन को आकर्षक एवं मनमोहक बनाने के उद्देश्य से बाउन्ड्री वाल के इर्द गिर्द विदेशी आकर्षक फूलों के पौधे रोपे गए परन्तु जब इसे लेकर समाचार प्रकाशन किया गया तब खालिस देशी वनों के शुद्ध वायु उत्सर्जित करने वाले पेड़ पौधों के साथ प्राकृतिक 


आभा बिखेरने वाले सैकड़ों वर्षों तक वैभवशाली इतिहास के गवाही देने वाले धार्मिक आस्था के प्रतीक अनेकों पेड़ों का रोपण किया गया जो अब लगभग तीन वर्षों से ऊपर अपने स्वरूप में बढ़ चढ़ कर ग्रोथ कर रहे है और आक्सीजोन में शुद्ध वातावरण निर्मित करने में अपनी महती भूमिका निभा रहे है इस संदर्भ में छग राज्य वन विकास निगम के



 


प्रबन्ध संचालक श्री राजेश गोवर्धन साहब के सकरात्मक सोच की प्रशंसा करनी होगी कि उन्होंने अनवरत प्रकाशित होते समाचारों को लेकर विचलित हो कर कभी प्रतिरोध नही किया बल्कि ऐसे कार्यों को लेकर सुधारने का ही प्रयास किया यह उनका सफलता की ओर कदमताल करते हुए अग्रगामी होने वाला सबसे बड़ा विजयपथ का मूलमंत्र कहा जा सकता है उनसे जब भी आक्सीजोंन संबंधित समाचार पुष्टि को लेकर चर्चा किया जाता तो श्रीमुख में सदैव चिर परिचित मुस्कुराहट लिए बड़े धीमे शब्दों में यह अवश्य कहते कि आप जब हमारी गलती हमे बताते है तो उसे सुधारने का अवसर मिलता है यही तो है एक सुलझे हुए परिपक्व अधिकारी का बड़प्पन जो नकरात्मक भाव को कभी अपने समीप आने नही दिया बल्कि सकरात्मक विचार धारा से अपने कार्यों का मार्ग प्रशस्त करते रहे जिस स्थल मे जल संचय तालाब निर्माण की आवश्यकता थी वहां तालाब निर्माण करवाया जिसमे आकर्षक विधुत फव्वारे लोगों के मन प्रफुल्लित करने पर्याप्त है बच्चों के आकर्षक खेलकूद उपकरण लगाए गए जहां अप्पू की मूर्ति बालमन को हर्षित करता है तो युवाओं के फिटनेस हेतु आधुनिक उपकरण के साथ योग जोन निर्मित किया गया रंग बिरंगी देशी गुलाब के लिए एक परिधि में गुलदस्ता का स्वरूप की परिकल्पना को साकार किया जहां दो हंसों के जोड़े को प्रेम प्रणय में लीन रहते हुए दर्शाया गया तो शांत वतावरण मेंआठ पगोडे का निर्माण करवाया जो प्रदेश की आदि काल संस्कृति एवं वनादिवासियों के रहन सहन को परिभाषित करता हुआ प्रतीत होता है जहां बैठकर आम जन वैचारिक बौद्धिक मंत्रणा कर सकते है परिकल्पना की पराकाष्ठा का अंत यही नही हुआ प्राकृतिक सौंदर्य और छटा बिखेरने के लिए छत्तीसगढ़ के विशाल पर्वत श्रृंखला से कला एव संरचित प्राकृतिक परिदृश्य उकेरते विशाल शिलाओं 



 को लाकर यहां पर विशेष स्थलों पर रखा गया है ताकि आगन्तुकों को स्वयं किसी वन क्षेत्र में होने का आभास हो सके अपने वरिष्ठ अधिकारी श्री गोवर्धन के स्वप्न को साकार करने तथा उनके कुशल मार्ग दर्शन आक्सिजोन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले वर्ष 2017 के प्रारंभिक काल से छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम में अपनी लंबी सेवा देने वाले कर्तव्यनिष्ठ अनुभवी ईमानदारी से दायित्वों का निर्वाहन करने वाले सुलझे हुए बार नवापारा परियोजना मंडल के तात्कालिक डी एम श्री सक्सेना साहब जिन्होंने अपने करकमलों से आक्सीजोंन निर्माण का श्री गणेश किया था कहा जाता है कि सोना हमेशा आग में तप कर कुंदन हो जाता है यह उक्ति श्री सक्सेना के ऊपर सटीक बैठती है रोहणी नक्षत्र के चमड़ी झुलसाने वाले तपिश में भी वे कभी इस पेड़ के नीचे तो कभी उस पेड़ के नीचे अपनी कुर्सी को लाते और भावी रणनीति में खो जाते श्री गोवर्धन के मार्गदर्शन और उनके दिशा निर्देश में मजदूर आक्सीजोन को स्वरूप देने लगते भूमि समतलीकरण से लेकर पौधे रोपण तक यही स्थिति निर्मित रही काली उपजाऊ मिट्टी के बिखराव से लेकर पौधा रोपण तक के समस्त कार्य अपने मार्गदर्शन में करवाते रहे यहां तक एम डी राजेश गोवर्धन साहब के मंशानुरूप निर्माण कार्यों का दायित्व भी उनकी ही देखरेख में संपन्न हुआ उनके सेवानिवृत्त कार्यकाल तक आक्सीजोन का ढांचागत स्थिति पूर्ण हो चुका था अनेक स्थलों पर निर्माण कार्य भी सम्पन्न हो चुके थे इसमें उनकी तपस्या मेहनत और रोहणी नक्षत्र में बहाए हुए पसीने से आक्सिजोन का स्वरूप जन मानस के समक्ष आ चुका था उन्होंने अपने शेष सेवाकाल में अपने अनुभव और जुझारू प्रवृत्ति की सौगात भावी पीढ़ी को देते हुए सेवानिवृत्त होते हुए आक्सीजोन को सदा सदा के लिए अलविदा कह दिया उनके पश्चात जगदलपुर से डी एम बार परियोजना मंडल में फतेहउल्लाह खान सेवा देने आए सहज,सरल,स्वभाव के एफ यू खान ने बड़ी ईमानदारी और सफलता पूर्वक शेष कार्यों का संपादन किया तथा आक्सिजोन में सिंचाई से लेकर पेड़ पौधे रोपण नाली निर्माण से लेकर 


स्ट्राँकलर पद्धति सिंचाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य इन्ही के कार्यकाल में सम्पन्न हुआ यही नही पेवर्स ब्लॉक एव अन्य निर्माण कार्य भी होते रहे चुनाव पश्चात एक लंबी अवधि ऐसे ही व्यतीत हो गया फिर कोरबा माइंस के पहाड़ी क्षेत्रों में हरियाली की सौगात देने वाले अपने कार्यों का लोहा मनवा चुके श्री मुदलियार ने अपनी पहली सेवा नया रायपुर में रेंजर पद पर रहते हुए


बिगड़े क्षेत्र में कार्यों को सम्पन्न करवाया यही नही औद्योगिक प्लांटेशन के अंतर्गत किए गए ब्लॉक वृक्षारोपण की कैज्युवल्टी के माध्यम से श्री सक्सेना साहब के दिशा निर्देश पर करके व्यवस्थापन एवं पुनरुद्धार किया नया रायपुर बिगड़ैल पथ रोपण एवं ब्लॉक औद्योगिक वृक्षारोपण को हरीतिमा युक्त क्षेत्र में परिवर्तित करने में उनका बहुत बड़ा योगदान माना जा रहा है जो उनके चिर अनुभव का एक प्रत्यक्ष उदाहरण है जबकि चुनाव पश्चात आक्सिजोन के तीसरे और अंतिम चरण के कार्यों में श्री मुदलियार साहब ने लगभग सात एकड़ के शेष भूभाग में ऑक्सजोन निर्माण का महती दायित्व मिला अपने वरिष्ठ अधिकारी श्री गोवर्धन साहब ने उन पर विश्वास व्यक्त करते हुए शेष आक्सिजोन निर्माण स्वयं के निर्देशन में उनके कर कमलों द्वारा सम्पन्न करवाया श्री मुदलियार के जीवन काल के समस्त अनुभव और प्रतिभा का मूल्यांकन यही आक्सिजोन निर्माण में हुआ उन्होंने जिस गति से आक्सिजोन के अंतिम कार्यों में फुर्ती दिखाई और अल्प काल मे ही


 


आक्सिजोन का कार्य अंतिम चरण में पहुंचाया पेवर्स ब्लॉक से लेकर देशी आकर्षक फूलों के पौधे रोपण से ले कर ऊंचाई वाले पौधे सहित क्यारियों में लगने वाले लाल पत्तेदार आकर्षक पौधों का रोपण करवाया वह काबिले तारीफ है अपने मातहत रेंजर ऋषि शर्मा को दिए गए दिशा निर्देश एवं सतत रात दिन कार्यों की निगरानी का परिणाम है कि मात्र चार से छ माह में सात एकड़ भूभाग में आक्सिजोन पूरी तरह बनकर तैयार हो गया यहां एक मंदिर भी निर्माण करवाया गया जो लोगों को आकर्षित करता है मुख्यद्वार के रूप में विशाल तीन लोहे बीड़ के गेट लगाए गए है साथ ही उसे आकर्षक स्वरूप प्रदान करने पैतीस वॉल फेंसिंग डिजायनर लगाए गए है जो आज राजधानी के अनुकूल इसकी सुंदरता पर चार चांद लगा रहे है वर्तमान में कोरोना संक्रमण काल के लॉक डाउन का काफी लाभ आक्सिजोन को मिला उस पर असमय होने वाली वर्षा का लाभ अलग मिला 



जिसकी वजह से संपूर्ण आक्सिजोन में हरियाली की छटा देखते ही बनती है आक्सिजोन के इस हरियाली के पीछे इन महानुभवों के अनुभव को कदापि भुलाया नही जा सकता 


जिन्होंने परिवर्तित होते ऋतुओं की परवाह किए बगैर भूखे प्यासे रहकर भावी पीढ़ी के बेहतर स्वास्थ्य की परिकल्पना को साकार करने में अपनी सारी ऊर्जा लगा दी विशेषकर प्रबन्ध संचालक राजेश गोवर्धन साहब के उन अथक प्रयासों को नही भुलाया जा सकता जो उन्होंने अपना लंबा समय केवल आक्सिजोन निर्माण के मनमोहक आकर्षक बनाने रात दिन एक कर दिया ऐसा ज्ञात होता था कि जैसे आक्सिजोन निर्माण उनका अपना ड्रीम सपना बन चुका था यही वजह है कि जब भी उन्हें समय मिलता एकांत में अपनी जीवन संगिनी के साथ घण्टों बैठकर आक्सिजोन को लेकर विचार करते आसानी से दिख जाते थे तथा नित नए नए प्रयोग कर अंततः आक्सिजोन को वास्तविक मूल स्वरूप प्रदान कर ही दिया और समर्पित कर दिया भावी पीढ़ी को शुद्ध वायुमंडल के साथ स्वास्थ्यवर्धक जीवन जो वर्षों वर्षों तक उनके द्वारा निर्मित आक्सिजोन का लाभ उठाते रहेगे उन्हें और उनके अधीनस्थ अधिकारियों जिनके सहयोग और अनुभव के बिना यह कार्य असंभव था उन्हें भावी पीढ़ी दिल से दुआ देती रहेगी अंततः जून अंत मे छग शासन के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वन मंत्री मोहम्मद अकबर सहित अनेक शासन के मंत्रीयों अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति में आक्सिजोन का लोकार्पण हो गया उस वक्त छग वन विकास निगम के प्रबन्ध संचालक राजेश गोवर्धन साहब के चेहरे में जो खुशी और संतोष के भाव परिलक्षित हो रहे थे संभवत वैसी खुशी और संतोष उन्हें जीवन पर्यंत प्राप्त नही हुआ होगा क्योंकि प्राकृतिक संरचना में मानव हस्तक्षेप का बेमिसाल अनुपम सृजन का ऐसा बेजोड़ उदाहरण आक्सिजोन के रूप में प्रस्तुत कर दिया जो कम से कम इतिहास के सुनहरे पन्ने में तो अंकित हो गया है जिसके लिए भावी पीढ़ी सदियों सदियों तक प्राकृतिक का अमूल्य योगदान करने वाले आक्सिजोन निर्माण करने वाले प्रत्येक प्राकृतिक संरचना के सृजन कर्ता सूरमाओं का अभिनन्दन करती रहेगी      


धन्यवाद करती रहेगी साथ ही आक्सिजोन के पथवे के किनारे शिलालेखों पर अंकित उन शब्दशः उकेरे गए लिपि की सत्यता पर भी अपनी मुहर लगाती रहेगी जिसमे यह अंकित किया गया है कि


 वर्षों से मानव स्व हित के लिए वनों और जंगलों का दोहन करते हुए उसेे  


उजाडा है और खुद के रहवास के लिए


मकान निर्माण किया है ,,,,लेकिन यह प्रथम अवसर होगा जब हमने मानव द्वारा निर्मित क्रंकीट के जंगल को उजाड़ कर वनों जैसा सृजन कर आक्सिजोन का निर्माण किया है जो इतिहास के सुनहरे पन्नो पर हमेशा हमेशा के लिए दर्ज हो गया