ग्राम खौली में गौठान निर्माण से गायों के संरक्षण और ग्रामीणों के आर्थिक आत्मनिर्भरता के द्वार खोल दिए शासन ने- सरपंच चन्दनलाल बघेल
अलताफ हुसैन
रायपुर अभनपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम खौली जो चारो ओर से प्राकृतिक आभा लिए घिरा हुआ है वही एक ओर जहां ग्राम के समीप बांध ने इसके बड़े भूभाग को घेर रखा है तो दूसरी ओर मुरुमी क्षेत्र भी यहां पर निर्माण और उपज दोनो के लिए चुनौती बनी खड़ी रहती है फिर भी ऐसी चुनती को स्वीकार करते हुए ग्राम खौली में निर्माण के साथ ही योजनाओं का सफल क्रियान्वयन करना बड़ा दुरूह कार्य है ऐसे ही अनेक विपदाओं से दो चार होते ग्राम खौली के सरपंच चन्दनलाल बघेल ग्राम खौली में शासन के जनहितकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में जिनमे नरवा गरुवा, घुरूवा बाड़ी जैसी योजनाएं भी शामिल है उसी के अंतर्गत गौठान निर्माण के माध्यम से चहुमुखी विकास किया जा रहा है यहां के सरपंच चन्दनलाल बघेल पूरी तत्परता से ग्राम खौली के विकास में लगे है ग्राम में प्रवेश करने के पूर्व ही रावण भाटा की पड़त लगभग तीन एकड़ भाटा भूमि में गौठान का निर्माण किया जा रहा है जिसमे चार से ऊपर डोम बनाए जाएंगे जहां ग्राम के गाय गरुवा को रखा जाएगा यहां उनके चारापानी की समुचित व्यवस्था की जाएगी वही गौठान में बर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण हेतु पृथक बैड निर्माण किए जाएंगे गौधन खरीदी केंद्र,का पृथक निर्माण किया जाएगा चरवाहे के लिए एक डोम होगा जो निगरानी कक्ष होगा गौठान बाड़ी के साथ अन्य उत्पाद के लिए ग्राम महिला समूह की सेवाएं ली जाएगी उनके लिए भी अलग कक्ष निर्माण प्रस्तावित है ग्राम में आधा दर्जन से ऊपर महिला समूह है जिन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से उन्हें गौठान में अन्य पृथक योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए कार्य आबंटित कर संपादित किए जाएंगे गौठान के दूसरे हिस्से में बाड़ी निर्माण किया जाएगा इसमे मौसमी उत्पाद फसल ली जाएगी जिनमे मुख्यतः फूलों की खेती साग सब्जी, मक्का की फसल,नेपिरियन ग्रास के अलावा अन्य उत्पाद लिए जाएंगे सरपंच चन्दनलाल बघेल ने बताया कि इसी के बगल में तालाब निर्माण किया जाएगा जहां पर मछली पालन को प्रोत्साहित किया जाएगा उन्होंने बताया कि यहां पानी की व्यवस्था अति आवश्यक है
हालांकि बगल में ही बांध एव बड़े तालाब है मगर फिर भी 15 एकड़ भूभाग में पानी की समुचित व्यवस्था के लिए बोर किया जाएगा सबसे बड़ी समस्या सख्त मुरुमी भूमि है जहां सहजता से पानी आना असंभव सा प्रतीत होता है सरपंच चन्दनलाल बघेल ने आगे बताया कि इसका केवल एक ही निराकरण हो सकता है कि समीप तालाब बांध,या नहर से सिंचाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए पाइप लाइन बिछाकर पानी व्यवस्था करना होगा इस कार्य के लिए लगभग पन्द्रह लाख रुपये से ऊपर लागत आने की संभावना है जिसका कार्ययोजना बना कर उच्च अधिकारियों के समक्ष प्रस्ताव रखा जाएगा बताते चले कि गाय के संरक्षण संवर्धन के लिए पेयजल सहित बाड़ी में सिंचाई व्यवस्था,तालाब में संचित जल भराव तभी संभव हो सकेगा जब यहां पानी की समुचित व्यवस्था की जाए अन्यथा ग्रीष्म ऋतु में पानी न मिलने से योजना पर दुष्प्रभाव पड़ सकता है सरपंच चन्दनलाल ने बताया कि गौठान का निर्माण द्रुत गति से जारी है हालांकि अन्य योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए गौठान से पृथक क्षेत्र पर भी बाड़ी, तालाब,निर्माण पर विचार किया जा रहा है जहां सिंचाई व्यवस्था सुलभ हो सके यथा स्थिति अनुसार कार्यों को संपादित किया जाएगा फिर भी वर्तमान में ग्राम के अंतिम छोर में अस्थायी गौठान निर्माण कर गाय के देखरेख सहित चारा की व्यवस्था की गई है जहां रोका छेका योजना के माध्यम से संग्रहित गाय को रखा जा रहा है उन्होंने कहा है कि राज्य शासन की यह योजना ग्रामीण परिवेश में ग्रामीणों को स्वावलंबी बनाने के उद्देश्य से काफी लाभदायी सिद्ध होगा विशेषकर ग्राम के महिला समूहों की भागीदारी सुनिश्चित करने तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में यह योजना काफी मददगार साबित होगा ग्राम के एक वृद्ध निवासी ने बताया कि
सरपंच चन्दनलाल बघेल ऊर्जावान सरपंच है तथा उन्हें ग्राम विकास में सदैव तत्पर देखा गया है उनके द्वारा ग्राम की मूलभूत समस्या के निदान के लिए सदैव खड़े देखा गया है जिनमे बिजली,पानी,सड़क, सी सी रोड, तथा अन्य आंतरिक समस्या का निदान वे शनै शनै करते जा रहे है वही एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि शासन की उक्त नरवा,गरुवा, घुरूवा,बाड़ी योजना से ग्राम के गाय गरुवा को यत्र तंत्र भटकने की बजाए उनके सर पर भी छत का साया शासन ने दिया है जो धार्मिक एव मानवीय दृष्टिकोण से पुनीत कार्य है वही गोधन से बर्मी कंपोस्ट खाद निर्माण से ग्रामीण क्षेत्र के ग्रामीणों को अर्थ लाभ तो प्राप्त हो ही रहा है साथ ही प्रदेश के कृषकों को अधिक जैविक फसल उत्पाद में भी क्रांतिकारी परिवर्तन देखने मिलेगा जैविक खाद बर्मी कंपोस्ट के छिड़काव से उत्पादित फसल से भविष्य में हो रही अनेक जानलेवा बीमारी से भी आम जन के जीवन बचाव हो जाएगा तथा लोग स्वास्थ्य जीवन यापन कर सकेंगे उल्लेखनीय है कि कृषक अधिक फसल उत्पाद की लालसा में रसायनिक खाद का छिड़काव अपनी फसल में करते है जिसके सेवन पश्चात यही रसायनिक खाद मानव जीवन को अंदर से खोखला कर ब्लड प्रेशर,शुगर,केंसर,सहित अनेक जानलेवा बीमारी से ग्रसित हो रहे है बर्मी जैविक कंपोस्ट खाद का फसल में उपयोग से भविष्य में इन सब बीमारी से बचाव हो जाएगा और भावी पीढ़ी को एक बेहतर स्वास्थ्य पूर्ण जीवन भी प्राप्त होगा
सरपंच चन्दनलाल बघेल ने बताया कि योजना के धरा पर लाने उन्होंने तथा पंचगण ने अपनी पूरी ऊर्जा झोंक दी है ग्रामवासियों का भी इसमें पूरा सहयोग मिल रहा है शीघ्र गौठान निर्माण कर लिया जाएगा प्रयास यह किया जा रहा है कि ग्राम खौली का यह गौठान मॉडल गौठान के साथ आदर्श गौठान भी बने इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे है