डोंगरीगुडा सरपंच पति व ग्राम पंचायत के सचिव की।मिली भगत से तालाब खोदने के बाहने हो रहा अवैध मुरूम खनन
शासन को लगाया लाखों का चूना
फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़ मो.अल्ताफ*
मामला चित्रकुट विधानसभा : ग्राम पंचायत डोंगरीगुडा का विकासखंड तोकापाल जिला बस्तर मे तालाब खोदने का बहाना बना अवैध तरीके से लगभग 12 हजार स्क्वायर फिट से भी अधिक भूमिका मुरूम खनन कर रोड निर्माण मे खफा रहे लाखो का मुरुम स्थानीय सरपंच पति कांग्रेस के ग्रामीण जिलाध्यक्ष श्री बलराम मौर्या ! का मामला सामने आया है तालाब खोदने के बहाने अवैध मुरूम खनन में लाखों रुपए की राजस्व की चोरी कर शासन को चूना लगाया गया इसमें ग्राम पंचायत डोंगरीगुडा की सरपंच पति जो वर्तमान मे बस्तर जिला ग्रामीण अध्यक्ष श्री बलराम मौर्या व सचिव की भूमिका रही है !
ग्राम पंचायत डोंगरीगुडा सरपंच पति श्री बलराम मौर्या व ग्राम पंचायत के सचिव संग मिलीभगत कर अवैध रूप से तालाब खोदने के नाम पर जेसीबी व ट्रेक्टर की मदद से लाखों रुपए का मुरूम डोंगरीगुडा नये रोड निर्माण पर खनन की जगह से जो परिवहन कर नये रोड कार्यस्थल पर डम्प किया जा रहा है !जो बिलकुल भी नियमानुसार सही नहीं है ! वही हाइवे बाईपास से सटी यह ग्रामीण की निजी भूमि है जो 15 - 25 फीट के गड्ढे कर दिए गए जिसके चलते कभी भी गंभीर घटना हो सकती है।
वही ज़ब प्राइम न्यूज़ 24 छत्तीसगढ़ खनन स्थल पहुंचे की तभी jcb चालक ने बताया सरपंच पति द्वारा ग्राम पंचायत डोंगरीगुडा मे यह खनन कर मुरुम को नये रोड निर्माण स्थल मे डंप कराया जा रहा है जो खनन स्थल से लगभग 3 किलोमीटर की दुरी पर है यानी मुरुम का परिवहन हो रहा है !
वही रोजाना सैकड़ो ट्रिप मुरूम उत्खनन कर शासन को करोड़ों रुपए का चूना डोंगरीगुडा की सरपंच पति व सचिव द्वारा किया जा रहा है !
छत्तीसगढ़ शासन खनिज विभाग का नियम है कि बिना रॉयल्टी के मुरूम का खनन करने का अधिकार किसी को नहीं है !यदि अगर मुरूम उत्खनन किया जाता है इसके लिए खनिज विभाग द्वारा रॉयल्टी जारी की जाती है बिना रॉयल्टी के अब तक लाखों रुपए की मुरूम रोड निर्माण कार्य मे डम्प कर दी गई है !
वही शहर से मात्र 7 किलो मीटर मारेंगा बाईपास हाइवे के बाजू मे ही यह खनन जारी है बावजूद खनिज विभाग के अधिकारियों की खुली छूट मे मुरूम के अवैध उत्खनन अपने ठेके के कार्य मे स्तेमाल किया जारहा है जो गैर कानूनी है !
इस संबंध में ग्राम पंचायत के सरपंच पति श्री बलराम मौर्या जो वर्तमान मे बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी के ग्रामीण अध्यक्ष है से संपर्क कर इस संबंध मे जानकारी लिया गया तो उन्होंने इस तमाम कार्यो का काम उन्ही का है का बात स्वीकार कर कहा की जब खनिज विभाग इसकी जानकारी लेने आएंगे तब पंचायत का पर्ची दे हिसाब देंगे की बात कहे व तालाब खोदने का आदेश भी हमारे पास है का बात बोले यह सब बातो से यह तो साबित हो ही जाता है की पंचायत मे ग्रामहित हेतु तालाब खोदा जा सकता है लेकिन खनन स्थल से मुरुम का परिवहन करना अवैध है जो खुलेमाम किया जा रहा है अब ऐसे मे यह दिलचस्प वाली बात यह होगी की सभी सबूत होने के बावजूद भी बस्तर जिला खानीज विभाग क्या उचित कार्यवाही करेगी !
एक और बात देखने को या सोचने का विषय है की आस पास के और भी बहुत से जगहों पर ऐसी ही तालाब के नाम पर मुरुम खनन हो चूका है हाला की इसकी पुष्टि अभी तक हुई नहीं की यह पुरानी खनन कौन किये ! फिर भी इस गंभीर समस्या को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए व शासन के राजस्व चोरी करने वालों के ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए !