समाज ज्वालामुखी के मुहाने पर : सेंटर फॉर सोशल लर्निंग
फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़
सेंटर फॉर सोशल लर्निंग के सह संस्थापक डॉ सौरभ निर्वाणी ने कहा कि समाज इस वक्त ज्वालामुखी के मुहाने पर खड़ा है, थोड़ी सी चूक पूरी मानवता के लिए खतरा हो सकती है , राज्य में कोरोना महामारी के संक्रमण की जद में आये मरीजों का ठीक होना तो सुखद खबर है, पर हमे यह ख़्याल रखना होगा कि इस महामारी से लड़ने के लिए मेडिकल सुविधाओ जैसे कि वेंटिलेटर की सुविधा आदि सीमित ही है, सरकारों की मुख्य चिंता का कारण भी यही है, संक्रमण अगर बढ़ गया तो संक्रमित मरीजो और उनके परिवारों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अनहोनी से बचाया न जा सकेगा,
इन सरकारों को भी हमारे समाज ने ही चुना है समाज से ही निकल कर चुने हुए लोगो के द्वारा सरकार का गठन हुआ है आज की स्थिति में समाज को सिर्फ सरकारों के प्रयासों पर नही छोड़ा जा सकता , जब तक व्यक्तिक रूप से, सामाजिक रूप से हम इस लड़ाई को अपनी खुद की लड़ाई समझ कर न लड़े तो इस महामारी से लड़ने की और उबर जाने के सारे के सारे प्रयास निष्फल रहेंगे, इस महामारी के खिलाफ लड़ाई
आजादी की लड़ाई से भी बड़ी है क्योंकि यह किसी देश या राज्य को बचाने के लिए नही बल्कि पूरी मनुष्यता को बचाने के लिए है, इंसानी जिंदगी को इस धरती से बचाने के लिए है, जब तक धरती के अंतिम कोने से इस वायरस को खत्म नही कर दिया जाएगा तब तक मानवता पर खतरा मंडराता रहेगा, पहले तो यह कि हम इसे फैलने से रोकें, दूसरा यह कि जब पूरी तरह संक्रमण पर काबू पा ले तो इसे समूल नाश कर दे कि फिर कभी इसकी वापसी की संभावना ही न बचे,
मौजूदा संकट की घड़ी में सभी धर्माचार्यों, धर्म गुरुओं की महती जिम्मेदारी है कि कम से कम पृथक इकाई के तौर पर ही सही अपने धर्मावलंबियों को सामाजिक दूरी अपनाने, सरकारों के सुझावों पर कड़ाई से पालन करते हुए स्व अनुशासन द्वारा अपने और परिवार को सुरक्षित रखने में सहयोगी रहने संदेश दे,
लॉक डाउन के दौरान आर्थिक मंदी की चिंता जायज है यह उसका बाई प्रोडक्ट है पर अगर जान ही न रहे,जिंदगी ही न बचेगी तो कैसी और किसके लिए चिंता,
मंदी से तो समय के साथ उबरा जा सकता है पर एक भी गयी जिंदगी को वापस लाने का कोई तरीका नही है,
सेंटर फॉर सोशल लर्निंग के सभी सदस्यों ने हस्ताक्षर युक्त पत्र राज्य के मुख्यमंत्री को भेजा है कि विशेषज्ञों की राय के अनुसार राज्य में लाक डाउन की स्थिति को राज्य में बढ़ाया जाये और राज्य की सीमाओ को पूरी तरह से सील कर दिया जाए...
डॉ सौरभ निर्वाणी
सह संस्थापक
सेंटर फॉर सोशल लर्निंग
(सामाजिक ज्ञान संस्थान)
रायपुर