मत परिवर्तन के चलते ग्राम वासियों ने बंधक बनाया, पुलिस ने किया आइसोलेट

 


 



फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़ /मो.अलताफ ब्यूरोचीफ बस्तर


दंतेवाड़ा जिले के ग्राम मेटापाल में स्वैच्छिक रूप से अन्य मत ग्रहण करने वाले परिवार पर ग्राम  के लोगों  द्वारा मारपीट कर हमला किया गया है,  त
था यही नही,  उन्हें बंधक बनाकर मानसिक और सामाजिक बहिष्कार जैसे प्रताड़ना देते हुए,  घर के पाले गए जानवरों को उनकी सहमति के बगैर काटकर  सैकड़ों ग्रामवासीयों द्वारा खा लिया गया,  जिसकी निंदा छत्तीसगढ़ क्रिश्चियन  फोरम ने कड़े शब्दों में  करते हुए आईजी बस्तर से आरोपियों को हिरासत में लेने की मांग की है,  
हमारे बस्तर संभाग ब्यूरोचीफ,  मोहम्मद अल्ताफ ने संपूर्ण मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, घटना 1 अप्रेल की है, जिसमे पीड़ित आठ दस परिवार के लोगों को आरापुर  के एक धर्म स्थल में उनकी सुरक्षा की दृष्टिकोण से रखा गया था ताकि प्रातःकालीन आई जी बस्तर से मिलकर शिकायत दर्ज कराई जा सके परन्तु एक ही स्थान में जमा होने और कोरोना वायरस का खतरा बताकर पीड़ित परिवार की व्यथा सुने बगैर,  पुलिस द्वारा उन्हें हॉस्पिटल में आइसोलेट किया गया,   शेष परिवार ग्रामवासियों के असमाजिक तत्व के भय से अन्यंत्र भागकर अपनी जान बचाने की जद्दोजहद कर रहे है,    मिली जानकारी के अनुसार जगदलपुर के दंतेवाड़ा जिला अंतर्गत ग्राम  मेटापाल,  जो आदिवासी बहुल क्षेत्र है,   वहां पर निवासरत राजू पोडियाम और उसके अन्य परिवार ग्राम मेटापाल में निवासरत है,  बताया जाता है कि परिवार में किसी सदस्य के लंबी बीमारी होने पर इसे अदृश्य शक्तियों   का प्रकोप माना जाता है तथा झाड़फूंक जैसे पारंपरिक उपचार के चलन की वजह से,  कई लोग लंबे समय तक अस्वस्थ रहते है,  और बीमारी से जूझते रहते है,   ऐसे में  समाज विशेष द्वारा आधुनिक उपचार कर ऐसे अस्वस्थ्य लोगोँ को स्वस्थ्य और चंगा कर,   अपने सम्प्रदाय में शामिल कर लेता है,  जिसके चलते ऐसे परिवारों को ग्राम के पारंपरिक पूजा उपासना से पृथक होना पड़ता है,   साथ ही ग्राम वासियों के असमाजिक तत्वों के कोप भाजन का शिकार भी होना पड़ता है,   कुछ यही परिस्थिति  राजू पोडियाम एव उसके भाई एवं परिवार के साथ भी गुजर रही है,   जब ग्राम के पारंपरिक आदिवासी पंथ, समुदाय से पृथक  समाज विशेष को अंगीकार करने से,   ग्राम वासी समाज विशेष  पंथ स्वीकारने वाले  राजू पोडियाम के परिवार पर, अदृश्य शक्तियों   के नाराज होने तथा ग्राम में विपदा आने की बात कह कर,   उन्हें उनके ही निवास में तालाबंदी कर एक प्रकार से  उन्हें प्रताडित करने लगे,  उनके एवं उनके परिवार के साथ मारपीट कर, घर मे पाले गए  बकरा मुर्गा वरह,  इत्यादि को काटकर पार्टी मना लिया गया,  तथा उन्हें घर मे ताला जड़कर   नाना प्रकार से उन्हें प्रताड़ित किया जाने लगा,  ग्रामवासियों के कुत्सित विचार तथा भय के चलते, राजू पोडियाम छत कुदकर भागने में सफल हुआ,  तथा ग्राम माटम सरपंच के यहां शरण ली,   वहीं से हिड़मा, अस्पताल में भर्ती होना बताया गया,  साथ ही  अन्य लोग दूसरे ग्राम में छुप कर अपनी जान बचाना बताया गया,    इन समस्त प्रकरण को लेकर छत्तीसगढ क्रिश्चियन फोरम बस्तर संभाग के कार्यकारी अध्यक्ष,  नरेंद्र भवानी ने ग्रामवासियों की करतूत की निंदा करते हुए,  इसे  समुदाय विशेष के अनुयायियों  को प्रताड़ित करने   की घटना निरोपित करते हुए, इसकी  कड़े शब्दों में निंदा की है, तथा  दोषियों के विरुद्ध तत्काल कठोर कार्यवाही करने की मांग उच्च अधिकारियों से  की है,      वही आरापुर थाना प्रभारी पर दोषियों को संरक्षण तथा पीड़ित पक्ष को मानसिक शारीरिक प्रताड़ना देने का आरोप लगाया है,   नरेंद्र भवानी ने आरोप लगाया है कि कोडेनगर पुलिस,  बिना किसी जानकारी के पीड़ितों को कोरोना संक्रमित बताकर,  डीमरा पाल हॉस्पिटल में आइसोलेट कर दिया गया,   इस संदर्भ में जब हमारे बस्तर ब्यूरोचीफ,  मोहम्मद अल्ताफ ने थाना प्रभारी से जानकारी ली,  तो उनके द्वारा बताया गया कि अभी विवेचना जारी है लॉक डाउन हटते ही दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी