लॉक डाउन में संसद बैज द्वारा अपनी जमीन में गरीबों से मजदूरी करा रहे - भरत कश्यप का आरोप
फॉरेस्ट क्राइम न्यूज़
पूरे देश में लॉकडाउन है, केंद्र और राज्य सरकारें इसे लागू कराने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं, कि कोई बेवजह घर से बाहर न निकले एवं कोई बाहर निकल रहा है तो उस को पीटा जा रहा है, लेकिन कई जगह ऐसी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जिसमें जनप्रतिनिधी खुद ही इस लॉकडाउन को तोड़ते दिखाई दे रहे हैं.
ऐसा ही एक मामला बस्तर के चित्रकोट विधानसभा में सामने आया, जहां चित्रकोट से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के युवा चित्रकूट विधानसभा अध्यक्ष भरत कश्यप ने एक वीडियो बनाया, जिसमें दावा किया गया है कि वो जिस जगह वीडियो बना रहे हैं, वह बस्तर के सांसद दीपक बैज की जमीन का है, जिसपर ये मजदूर काम कर रहे हैं.
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के चित्रकोट विधानसभा के युवा अध्यक्ष ने बनाया वीडियो, को लेकर दावा किया कि बस्तर सांसद दीपक बैज, लॉकडाउन के बीच अपनी जमीन पर मजदूरों से काम करा रहे हैं, हालांकि सांसद दीपक बैज ने कहा है कि, यह उनकी जमीन नहीं है, तथा साजिश के तहत दूसरी जगह का वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम किया जा रहा है. जबकि वीडियो बनाते वक्त इस युवक ने मजदूरों से बात की जो बता रहे हैं, कि यह सांसद की जमीन है , यह दावा करने वाले चित्रकोट जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के युवाअध्यक्ष, भरत कश्यप ने यह वीडियो को भेजा, उनसे जब मोबाईल पर बात की गई तो, उन्होने आरोप लगाया कि पूरे देश में लॉकडाउन है, इसके बावजूद बस्तर सांसद मजदूरों से अपनी जमीन पर काम करवा रहे हैं, उनका आरोप है कि पुलिस भी यहां आई थी लेकिन सांसद का काम चल रहा है सुनकर वापस चली गई,
वही
बस्तर सांसद ने वीडियो को बताया साजिश हैं
वही बस्तर सांसद ने अपनी सफाई में कहा है कि, वीडियो बनाने वाला शख्स जो जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी से जुड़ा हुआ है. और वह राजनीतिक द्वेष के चलते किसी और की जमीन पर यह वीडियो बनाकर उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहा है“
जाहिर है एक तरफ जहां चित्रकोट के जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के युवा विधानसभा अध्यक्ष भरत कश्यप का दावा है कि यह वीडियो बस्तर सांसद की जमीन पर काम कर रहे मजदूरों का है, तो दूसरे तरफ सांसद ने इससे इंकार किया है. तो सवाल यह उठता है कि अगर यह वीडियो झूठा है तो क्या सांसद उन्हें बदनाम करने वाले तथा कथित नेता के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे